मनीष कुमार मिश्रा, हज़ारीबाग़
स्वतंत्रता दिवस देश के हर व्यक्ति के लिए बेहद महत्व रखता है, इसके लिए देश में अभी से ही उत्साह देखने को मिल रहा है देश में सभी सरकारी गैरसरकारी संस्थानों में तथा गांवो, शहरों में आने वाले इस महापर्व के लिए त्यौरियां कर रहे है और इन्ही संस्थानों से जुड़े विद्यार्थियों के लिए कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है जिसमें कोई भाषण में, कोई नृत्य, वाद विवाद, गायन आदि में भाग ले कर तैयारी कर रहे है |
सोशल माध्यम ट्विटर, फ़ेसबुक, और इंस्टाग्राम आदि पर भी अभी से देश प्रेम दिख रहा है | इन माध्यमों में लोग स्वतंत्रता से जुड़े चित्रों, वीडियो, अपने भाव और विचार अभिव्यक्त कर रहें हैं लेकिन यह कहाँ तक ठीक है? क्या सिर्फ स्वतंत्रता दिवस के दिन सोशल माध्यम पर चित्र अपलोड करने, अपने भाव साझा करने से, देश प्रेम का दिखावा करने से क्या वे देश से जुड़ रहे हैं? सिर्फ एक ही दिन देश के प्रति प्रेम की भावना क्यों? मेरे ईन सवालों का यह अर्थ नहीं की सोशल माध्यम गलत है और ना ही देश के लोग | एक भारतीय नागरिक के रूप में हर दिन हमे स्वतंत्रता दिवस को हम अपने आस-पास के स्थान को स्वच्छ रखकर तथा स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक बना कर, गरीबों की मदद, चुनाव में मतदान के लिए लोगों को जागरुक करके तथा देश के प्रति अपने कर्तव्य को समझें और लोगों को समझाकर प्रति दिन हम एक अलग रूप में स्वतंत्रता दिवस माना सकते हैं |
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