अधिवक्ताओं ने सरकार से की अपनी सुरक्षा की मांग.... जाने क्यों
News By : Vimal Kumar
आगरा। अधिवक्ताओं के साथ होने वाली हिंसात्मक घटनाओं को रोकने एवं मिथ्या आरोपों के मामलों पर रोक लगाने के लिए अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम (एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट) लाने की मांग को लेकर शुक्रवार को दीवानी में वकील एक मंच पर दिखाई दिए | सभी वकील दीवानी में ग्रेटर आगरा बार एसोशिएशन के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता दुर्ग विजय सिंह भैया नेतृत्व में अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम को योगी सरकार से जल्द लागु करने की मांग की |
अध्यक्ष दुर्ग विजय सिंह भैया ने कहा कि लाखों अधिवक्ता तहसील स्तर से लेकर उच्च न्यायालय तक विधि व्यवसाय करते हैं, यह सभी अधिवक्ता आज अपने जीवन एवं परिवार की सुरक्षा को लेकर बहुत चिंतित है। बार काउंसिल ऑफ इंडिया, बार काउंसिल ऑफ उ०प्र० एवं जनपद से लेकर तहसील स्तर तक अधिवक्ताओं के सभी बार संघ काफी लम्बे समय से अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम को लागू कराने के लिये लगातार मांग उठा रहे है, परन्तु अभी तक नतीजा शून्य पर आकर टिका है। जबकि राजस्थान सरकार द्वारा अधिवक्ता संरक्षण विधेयक 2023 विधानसभा में लाया गया और विधेयक को विधानसभा में ध्वनमति से पारित कर राजस्थान के अधिवक्ताओं को संरक्षण देने का काम किया तो उत्तर प्रदेश में भी अधिवक्ताओं के हित में ऐसा क्यों नहीं हो सकता है।
सचिव अखिलेश यादव ने कहा कि अधिवक्ताओं के संरक्षण के लिए तथा पुलिस संरक्षण प्रदान करने के लिए अधिवक्ता संरक्षण विधेयक का लाया जाना अत्यंत आवश्यक है। अधिवक्ता जो अन्याय के विरोध में अपनी आवाज बुलन्द करने में पीछे नहीं रहता, अगर वह स्वयं असुरक्षित रहेगा तो वह किस तरह से पीड़ितों को न्याय दिला पायेगा। अधिवक्ताओं को सुरक्षा देने हेतु संरक्षण विधेयक पास किया जाना चाहिए।
वरिष्ठ अधिवक्ता करतार सिंह भारतीय ने कहा कि भारतीय विधिज्ञ परिषद के चेयरमैन मनन कुमार मिश्रा द्वारा संरक्षण विधेयक के सम्बन्ध में भारतवर्ष के साथ वरिष्ठ अधिवक्ता सदस्यों की एक समिति भी बनाई थी, उसके द्वारा यह मांग की गयी थी कि उ०प्र० में अधिवक्ता संरक्षण विधेय लागू होना चाहिए। इस सम्बन्ध में अधिवक्ता दुर्ग विजय सिंह भैया द्वारा सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ को जन सुनवाई पोर्टल पर पत्र लिख कर भी अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम लागु करने मांग की है | इस अवसर पर अलका वर्मा, सुरेश कुशवाह, महिपाल सिंह, ओपी सिंह, गिरीश कुमार पाठक, अजय किशोर सागर, दिनेश कुमार नौहवार, प्रदीप कुमार, आरपी वर्मा, शियाराम वर्मा, शैलेंद्र गुलाटी, शुभम पटेल, दुर्गेश सिंह आदि अधिवक्ता मौजूद रहे |
पूर्व में दिनदहाड़े हुई है वकीलों की हत्या
एडवोकेट रघुराज सिंह ने बताया कि उ०प्र० में विधि व्यवसाय कर रहे अधिवक्ताओं में से काफी अधिवक्ताओं की विभिन्न जनपदों में हत्या कर दी गयी, जिसमें दिनांक 26.10.2017 को रामगोपाल सिंह वृन्दावन मथुरा, उ0प्र0 की बार काउंसिल की चेयरमैन कुछ दर्वेश यादव की सिविल कोर्ट प्रांगण में दिनांक 12.06.2019 को दिनदहाड़े की गयी हत्या, जनपद फिरोजाबाद में अधिवक्ता शिवशंकर दुबे की दिनांक 19.12.2022 को ऐलान देकर की गयी हत्या, जनपद शाहजहाँपुर में अधिवक्ता भूपेन्द्र प्रताप सिंह की दिनांक 18.10.2021 को की गयी हत्या तथा प्रयागराज के जिला न्यायालय में अधिवक्ता नवी अहमद की पुलिस दरोगा द्वारा गोली मारकर की गयीं हत्या तथा अभी हाल में ही अधिवक्ता उमेश पाल की प्रयागराज में घेरकर की गयी हत्या।
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